कोरोना वायरस किसे कहते हैं ?
कोरोना वायरस ऐसे वायरस के समूह को कहते हैं जो इंसानों और पशुओं में फेफड़े और गले के संक्रमण का कारण बनता है | इससे होने वाले ज़्यादातर संक्रमण किसी भी अन्य वायरल इंफैक्शन के समान ही होते हैं|इस साल इस वायरस का एक प्रकार”2019-एन.सी.ओ.वी” चीन में बहुत लोगों की मौत और कुछ 7 देशों में संक्रमण का कारण बना| 28 जनवरी 2020 तक इस वायरस के कारण 130 लोगों की जान जा चुकी है |
कोरोना वायरस किस तरह फैलता है ?
यह वायरस एक दूसरे को छूने या फिर मुँह/नाक से निकलने वाले स्राव के कारण फैलता है| जब एक व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके आसपास की हवा में छोटे छोटे कीटाणु फैल जाते हैं जिसे हम ड्रॉप्लेट्स या ऐरोसोल्स बोलते हैं| यदि कोई संक्रमित व्यक्ति भीड़ में छींकता या खांसता है तो उसके कारण आस पास के लोगों को संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है| इसलिए ज़रूरी है की आप सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी बरतें| भीड़ वाली जगहों पर इसका खतरा ज़्यादा हो सकता है|
कोरोना वायरस के लक्षण
इसके लक्षणों में शामिल है - बुखार, खांसी, सर्दी-जुकाम, सांस फूलना, जी मिचलाना, उल्टी आदि| ज़्यादातर लोग कुछ ही दिनों में इससे ठीक हो जाते हैं| लेकिन जवान बच्चे और बुज़ुर्ग लोग या वे लोग जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर है उन्हें गंभीर रूप से यह वायरस अपनी जकड़ में ले सकता है| इन लोगों को ब्रोंकाइटिस या निमोनिया होने का खतरा हो सकता है|
इलाज का तरीका
बहुत से लोगों के इलाज में सिम्पटोमैटिक ट्रीटमेंट की मदद ली जाती है| इसके लिए पेरासिटामोल, खांसी की दवा आदि का इस्तेमाल होता है| गंभीर स्तिथि में हॉस्पिटल या आई.सी.यू में भी भर्ती किया जा सकता है|
बचाव के तरीके
*लोगों से दूरी बनाइए|
*अपने हाथों को बार बार धोएँ|
*सर्दी जुकाम वाले व्यक्ति से थोड़ी दूरी बनाकर रखिए|
*यदि आपको सर्दी हो चुकी है तो एक मास्क पहन कर रहिए|
*आँख, नाक और मुँह को गंदे हाथों से छूने से बचिए|